एम पी ट्रांस्को ने लगाया प्रशिक्षण वेबिनार शतक,इस पहल ने बदला वर्क कल्चर जिससे कार्य दक्षता में आया गुणात्मक सुधार

0
Spread the love

संकट के समय में भी लचीलापन, नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण बनी

कोविड महामारी के दौरान आरंभ हुई वेबिनार की एक पहल ने मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ( एम पी ट्रांस्को) के वर्क कल्चर को बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिससे कार्मिकों कीकार्य दक्षता में गुणात्मक परिवर्तन के साथ आत्मविश्वास में भी उल्लेखनीय सुधार आया है। अब 100 साप्ताहिक वेबिनार पूर्ण कर श्रृंखला का यह चरण सफलतापूर्वक समाप्त हो चुका है। प्रारंभ में संकट के समाधान के रूप में शुरू की गई यह पहल, डिजिटल परिवर्तन और नवाचार की मिसाल बन गई।वेबिनार की इस श्रृंखला के दौरान, पूरे मध्यप्रदेश से 500 से अधिक कनिष्ठ फील्ड युवा अभियंताओं और तकनीकी कर्मियों ने नियमित रूप से भाग लिया। प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाले इन सत्रों में बिजली क्षेत्र में तेजी से विकसित हो रही तकनीकों और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर चर्चा की गई।इस पहल का नेतृत्व एम पी ट्रांस्कोके अधीक्षण अभियंता श्री सुनील यादव ने दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता के साथ किया। इस उपलब्धि पर बोलते हुए श्री यादव ने कहा, “ये वेबिनार केवल ज्ञान साझा करने का माध्यम नहीं रहे, बल्कि इन्होंने हमारी टीमों को सशक्त, आत्मविश्वासी और फील्ड में सटीक कार्य करने में अधिक प्रभावी बनाया।

टीम वर्क और तकनीकी उत्कृष्टता को बढ़ावा

इस वेबिनार श्रृंखला की एक प्रमुख उपलब्धि वरिष्ठ और कनिष्ठ अभियंताओं के बीच बेहतर समन्वय रहा। इस सहयोगात्मक वातावरण ने ट्रांसफार्मर, ट्रांसमिशन लाइनों और सबस्टेशनों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किए। वेबिनारों के माध्यम से तकनीकी ज्ञान का स्थानांतरण और कौशल विकास संभव हो सका। प्रत्येक सत्र को क्षेत्रीय आवश्यकताओं और चुनौतियों के अनुसार तकनीकी या प्रबंधकीय विषय पर केंद्रित किया गया।

इनका रहा योगदान

इस पहल को कंपनी के शीर्ष नेतृत्व और कार्यकारी अभियंता चंद्रकांत श्रीवास्तव, प्रणय जोशी, रविंद्र पटेल तथा एम पी ट्रांस्को की आई टी सेल से श्रीमती कल्पना धुर्वे, श्रीमती विविधा डहेरिया सहित समूचे मध्यप्रदेश में एम पी ट्रांसको के विषय विशेषज्ञों का सहयोग प्राप्त हुआ। यह श्रृंखला संकट के समय में भी लचीलापन, नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण बनी।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed