सिर्फ दिखावे तक सीमित करकेली की स्ट्रीट लाइट, आधे से ज्यादा स्ट्रीट लाइटें फ्यूज,स्ट्रीट पोल में लगी कलरफुल डेकोरेटिव लाइट भी बंद

करकेली में मुख्य प्रवेश द्वार (ज्ञान द्वार) के सामने स्ट्रीट में सड़क को रोशन करने और चोरों से मार्केट की सुरक्षा को देखते हुए, विकास कार्यों के नाम पर लाखों खर्च कर स्ट्रीट लाइटें तो लगा दी गई पर शायद उसका मेंटिनेंस करना भूल गए। यही वजह है कि एक – एक करके आधे से ज्यादा खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटें सिर्फ दिखावे का सामान बनकर रह गई है।
कुछ खंभों पर लगी लाइटें ही काम की हैं जिससे मुख्य द्वार के पास प्रकाश व्यवस्था हो पा रही है । उसके अलावा दाएं और बाएं दोनों तरफ की लगभग लाइटें अब रिप्लेस करने लायक हैं।


खैर इन लाइटों का सुधार होना तो लगभग अंधेरे में तीर मारने जैसा है। मतलब नामुमकिन सा प्रतीत होता है,फिर भी आम जनता सिर्फ उम्मीदों पर ही टिकी है।
स्ट्रीट पोल पर लगी सभी डेकोरेटिव कलरफुल लाइटें भी फ्यूज
स्ट्रीट लाइटें तो कई अरसे से बंद पड़ीं हैं जिस पर किसी का आज तक ध्यान नहीं गया। इसके साथ ही हाल ही में स्ट्रीट पोल में लगाई जाने वाली कलरफुल डेकोरेटिव एलईडी लाइटें भी देखरेख के अभाव में दम तोड़ चुकी हैं जिनकी कीमत झाड़ियों में लिपटी बेवजह बेलों से अधिक कुछ नहीं है।
देखने वाली बात होगी कि इन बंद स्ट्रीट लाइटों को सुधारने कोई कदम उठाया जाएगा या यह खबर भी रद्दी की टोकरी में चली जाएगी।