बौद्ध कथा का लाइवप्रसारण भी आयोजक समिति के द्वारा किया जा सकता है, जो यूट्यूब के माध्यम से देखा जा सकता है।
उमरिया जिले के मानपुर ब्लॉक स्थित सेमरा गांव के वार्ड नंबर 1 में भगवान बुद्ध की कथा की धारा बह रही है। जहां भगवान बुद्ध के द्वारा दिए गए उपदेशों का वाचन व्यास पीठ पर आसीन कथावाचक के श्रीमुख से हो रहा है। जहां दूर दराज से बौद्ध भिक्षु,एवं बौद्ध धर्म को मानने वाले अनुयायि एवं स्थानीय जनसमूह पहुंच रहा है।
दुर्लभ कथा है भगवान बुद्ध की जीवनगाथा
भगवान बुद्ध की कथा बहुत दुर्लभ है, जिसमें उनके राजसी जीवन से भिक्षु बनकर समाज का उद्धार करने का पूरा वृतांत इस कथा के माध्यम से बताया जा रहा है। यह कथा जितनी पावन है, उतनी ही दुर्लभ क्योंकि अभी तक लोगों को भगवान बुद्ध के बारे में अधिक जानकारियां नहीं है, यही वजह है कि लोगों में भगवान बुद्ध के पूरे जीवन को जानने और उनके द्वारा दिए गए ज्ञान को आम जनमानस आत्मसात करने पंडाल पर पहुंच रहे हैं।
बुद्ध का जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व अनार्य शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था। उनकी माँ का नाम महामाया था जो कोलीय वंश से थीं, जिनका इनके जन्म के सात दिन बाद निधन हुआ, उनका पालन महारानी की छोटी सगी बहन महाप्रजापती गौतमी ने किया। २९ वर्ष की आयुु में सिद्धार्थ विवाहोपरांत एक मात्र प्रथम नवजात शिशु राहुल और धर्मपत्नी यशोधरा को त्यागकर संसार को जरा, मरण, दुखों से मुक्ति दिलाने के मार्ग एवं सत्य दिव्य ज्ञान की खोज में रात्रि में राजपाठ का मोह त्यागकर वन की ओर चले गए। वर्षों की कठोर साधना के पश्चात बोध गया (बिहार) में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ गौतम से भगवान बुद्ध बन गए। इतिहासकार पं. कोटा वेंकटचलम के अनुसार गौतम बुद्ध का जन्म १८८७ मे तथा निर्वाण १८०७ ईपू मे हुआ था और अनेकानेक इतिहासकार मानते हैं कि भारतीय तिथिक्रम, वंशावलीयो और पुरातत्व के अनुसार बुद्ध निर्वाण की यही तिथी सिद्ध होती है।
पाली से भी बौद्ध कथा सुनने पहुंचे नमो बुद्धाय विचार समिति के सदस्य
बुद्ध कथा को सुनने बिरसिंहपुर पाली नगर से कथा प्रेमी मानपुर स्थित सेमरा गांव पहुंचे जहां सबने ज्ञान अमृत का पान किया। जिनमें लक्ष्मण कुशवाहा,रितेश कुशवाहा,भारत शिवहरे, जुगनू केवट,बालकदास पटेल, प्रकाश कुशवाहा एवं मानपुर के स्थानीय निवासी कथा में उपस्थित रहे। इसी तरह अनेक गांवों से लोग बुद्ध कथा को सुनने सेमरा गांव में पहुंच रहे हैं।