‘बड़े नौकर’ को ‘मामूली नौकर’ ने बता दी ‘औकात! कलेक्टर साब बोले-माफ कर दो!मुखिया ने कर दी छुट्टी

ऐसी भाषा वाले अधिकारी बर्दाश्त नहीं – मुख्यमंत्री श्री यादव
सरकार के ‘बड़े नौकर’ यानी कलेक्टर ने जब ‘मामूली नौकर’ यानी ड्राइवर से कहा कि तुम्हारी औकात क्या है? इस पर ड्राइवर ने कहा – यही तो हम जानना चाहते हैं कि हमारी ‘औकात’ क्या है?
मामला है – शाजापुर की बैठक में ड्राइवरों और कलेक्टर किशोर कन्याल के बीच हुए इस घटनाक्रम ने जबरदस्त तुल पकड़ लिया। कलेक्टर कन्याल से अब जहां भोपाल से जवाब मांगा जा रहा है, तो कलेक्टर के भी तेवर नरम पड़ गए । कलेक्टर का कहना है कि अगर मेरे इस शब्द से किसी को दुःख पहुंचा हो तो माफ कर दें। वहीं कलेक्टर के इस व्यवहार पर प्रदेश के मुखिया ने कलेक्टर साहब को दिखा दी उनकी औकात ,तब उनके तेवर नर्म हो ही गए । मुख्यमंत्री साहब ने तत्काल प्रभाव से एसे औछे व्यवहार वाले पढ़े –लिखे गवार अफसर को निलंबित कर दिया है । मुखिया श्री यादव ने कहा ऐसी भाषा वाले अधिकारी बर्दाश्त नहीं ।हलांकि मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव ताबड़तोड़ सही फैसले लेने मे पीछे नही रहते ।
बता दे कि कलेक्टर साहब, शायद यह भूल गए थे कि वे भी एक ‘नौकर’ ही हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि ‘प्रशासनिक/सरकारी नौकर’ हैं और बाकी भले ही आपकी नजर में ‘मामूली नौकर’ होंगे! लेकिन आप ‘नौकर’ शब्द से छुटकारा नहीं पा सकते!