जनेकृविवि में श्री अन्न प्रसंस्करण एवं मूल्य संबंधित खाद्य उत्पादों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण,छात्रों ने सीखे श्रीअन्न के फायदे और एवं उद्यमी बनने के गुन

श्रीअन्न की खेती को बढ़ावा देने हेतु करें जागरूक- डॉ. एस.के. पांडे
जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा की प्रेरणा से खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा, श्रीअन्न प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धित खाद्य उत्पादों का कौशल विकास, तीन दिवसीय प्रशिक्षण का भव्य शुभारंभअधिष्ठाता कृषि उद्यानिकी संकाय डॉ.एस. के. पांडे के मुख्यआतिथ्य में एवं प्रभारी डीन कृषि महाविद्यालय, जबलपुर डॉ. जयंत भट्ट व सेवानिवृत्त पूर्व डीन डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव के विशिष्ट आतिथ्य में हुआ।
इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में कृषि उद्यानिकी रहली के 26 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यअतिथि डॉ. एस.के. पांडे ने श्री अन्न की खेती को बढ़ावा देने और इसका उपयोग, श्रीअन्न के फायदे और एवं उद्यमी बनने सहित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने विचार व्यक्त किये।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. जयंत भट्ट और डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण प्राप्त करने आये छात्रों से कहा कि अपने क्षेत्रों के लोोगों को श्रीअन्न के उपयोग, महत्व एवं फायदे के बारे में जानकारी प्रदान करके परिवार, समाज, देशहित में सहभागी बनें, क्योंकि श्रीअन्न की खेती से अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है, साथ ही इसके सेवन से शरीर स्वस्थ्य और ऊर्जावान होता हैं।खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एस.एस. शुक्ला ने स्वागत उद्बोधन एवं तीन दिवसीय प्रशिक्षण के महत्व एवं इसके उद्देश्य के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. अर्चना पांडे ने बताया कि प्रशिक्षाणार्थियों को श्रीअन्न प्रसंस्करण एवं मूल्य संबंधित खाद्य उत्पादों का सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में श्री अन्न से तैयार किये गये उत्पाद ब्रेड, बिस्किट, पास्ता टोस्ट, पफ, मशीनों द्वारा दराई सफाई, प्रसंस्करण, लघुधान्यों की उत्पादन तकनीक की विधि, कोदो, कुटकी, की मिलिंग पेकिंग आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, साथ ही फसाई लायसेंस की प्रक्रिया के संबंध में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. अर्चना पांडे द्वारा किया गया।
इस अवसर पर खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की डॉ. प्रतिभा परिहार, डॉ. अनुभा उपाध्याय, डॉ. अखिलेश तिवारी, रहली कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. एस.के. मिश्रा सहित वैज्ञानिक, कर्मचारी बडी संख्या में उपस्थित रहे।