विवेचना के पांच निराले नाटकों का होगा मंचन,रहेंगे उपस्थित देश के प्रसिद्ध कलाकार

30वर्षों से यह समारोह निरंतर हो रहा आयोजित
विवेचना द्वारा 1994 में प्रथम राष्ट्रीय समारोह का आयोजन किया गया था। तब से अब तक 30 वर्षों से यह समारोह निरंतर आयोजित हो रहा है। इन समारोहों में देश के श्रेष्ठ और वरिष्ठ नाट्य निर्देशकों और नाट्य दलों के नाटक मंचित हुए हैं। पिछले उन्तीस वर्षों में विवेचना के आमंत्रण पर 150 से अधिक नायाब नाटकों का मंचन इन समारोहों में हुआ है। किसी भी शहर के लिए यह एक उपलब्धि है कि इतने उच्च स्तर का समारोह विगत 30 वर्षों से आयोजित हो रहा है, आज यह भारत के नाटय जगत का प्रमुख आयोजन है। विवेचना द्वारा पूरे वर्ष देश में हुए नाटकों में से 5 नाटकों का चुनाव किया जाता है, विवेचना का 30 वां राष्ट्रीय नाट्य समारोह इस वर्ष 06 से 10 नवंबर 2024 तक आयोजित होगा। यह समारोह 5 दिवसीय होगा। इस समारोह में विवेचना ने अलग अलग रंगों के नाटकों का मंचन होगा। पहले दिन 06 नवंबर बुधवार को समागम रंगमंडल जबलपुर के कलाकार युवा निर्देशक स्वाति दुबे के निर्देशन में ‘अगरबत्ती’ नाटक मंचित करेंगे। यह नाटक बेहमई कांड की विधवाओं के बहाने महिलाओं के जातिगत और पुरूष प्रताणना को दिखाता है। यह भारत के सर्वाधिक चर्चित चार नाटकां में से एक माना गया है। इसे चार मेटा एवार्ड प्राप्त हुए हैं। दूसरे दिन 07 नवंबर गुरूवार को साइक्लोरामा, दिल्ली द्वारा युवा निर्देशक दीपक गुप्ता के निर्देशन में नाटक ‘ठेके पर मुशायरा’ मंचित होगा। यह नाटक हास्य व्यंग्य के सहारे सीधे साधे शायरों को शायरी का व्यापार करने वाले किस तरह ठगते हैं उसे अभिव्यक्त करता है। तीसरे दिन 07 नवंबर शुकवार को थियेटर लैब, मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल के कलाकार रहस्य नाटक ‘रांग टर्न’ का मंचन करेंगे। इसका निर्देशन देश के जाने माने वरिष्ठ रंग निर्देशन रंजीत कपूर ने किया है, यह समारोह का यूरोपीय पृष्ठिभूमि का रहस्य नाटक है, चौथे दिन 9 नवंबर को यही टीम ‘पुनश्च कृष्ण’ का मंचन करेगी। इसका निर्देशन टीकम जोशी ने किया है। यह नाटक अभिनय नृत्य और संगीत से लबरेज है। इसमें कई कृष्ण हैं जो गोपियों से, मीरा से, बलराम के प्रश्नों का उत्तर देते हैं। पांचवें और अंतिम दिन 10 नवंबर 2024 रविवार को पीरोज़ ग्रुप दिल्ली के कलाकार नाटक’अकबर द ग्रेट नहीं रहे’ का मंचन करेंगे। यह एक शुद्ध कामेडी नाटक है। इसमें अकबर सम्राट अशोक से लेकर आज तक के जाने माने लोग सभी पात्र हैं, यह समारोह तरंग प्रेक्षागृह में एम पी पावर मैनेजमेंट कं लि, केन्द्रीय क्रीड़ा व कला परिषद के सहयोग से आयोजित होगा। नाटकों का मंचन प्रतिदिन संध्या 7.30 बजे होगा। इस अवसर पर चित्र प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी व प्रतिदिन शाम 7 बजे से हॉल के बाहर ओपनएयर प्लेटफॉर्म प्रदर्शन होंगे, नाटकों के प्रवेश पत्र तरंग हॉल में समारोह के दौरान प्रतिदिन उपलब्ध रहेंगे। इस समारोह में विद्यार्थी दर्शकों के लिए विशेष प्रवेश पत्र रखे गये हैं। विवेचना थियेटर ग्रुप की ओर अनिल श्रीवास्तव, हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार, मनु तिवारी, अजय धाबर्डे, बदरीश पांडेय) चिन्टू स्वामी आदि ने सभी नाट्य प्रेमी दर्शकों से समारोह के सभी नाटकों को देखने का अनुरोध किया है ।