पेंशन ओ पी एस के लिए लगा रहे जोर,मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा

पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन, भारत (NMOPS india) के राष्ट्रीय आव्हान पर “आक्रोश मार्च” द्वारा हम मध्यप्रदेश के समस्त शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी निम्नलिखित मांग सादर प्रस्तुतं करते है, मध्यप्रदेश में समस्त नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) धारी शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी को पुरानी पेंशन बहाल की जाए और विशेष तौर पर नवीन शैक्षणिक संवर्ग (अध्यापक संवर्ग) के शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा में वरिष्ठता मान्य कर पेंशन, गेच्युटी और अवकाश नगदीकरण आदि ने भी इसका लाभ दिया जाए, नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी के सेवानिवृत्त उपरांत सामाजिक सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन यापन के अनुकूल अभी तक सिद्ध नहीं हुई है अतः इसे अविलंब बंद किए जाने का कष्ट करे, प्रस्तावित यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) से सम्बंधित जो जानकारी केन्द्र शासन के प्रतिनिधियों द्वारा मीडिया पर आज तक प्रसारित की है उसमें शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी की सेवानिवृत्ति उपरांत सामाजिक सुरक्षा नहीं है। NPS की अंशदान कटौती की राशि भी वापसी योग्य नहीं है। सेवा में रहते मृत्यु उपरांत पारिवारिक पेंशन के नियम भी विवादास्पद है। प्रस्तावित UPS, NPS से भी अधिक खतरनाक प्रतीत हो रही है अतः इसे लागू नहीं किया जाए, नेशनल पेंशन स्कीम धारी केन्द्रीय कर्मचारियों, अधिकारियों की तरह मध्यप्रदेश के कर्मचारी, अधिकारी की सेवा में रहते हुए मृत्यु होने पर परिवार के सदस्यों को पारिवारिक पेंशन का लाभ पुरानी पेंशन योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश में भी दिया जाए, इस अवसर पर संतोष झरिया जिला अध्यक्ष, नवनीत चतुर्वेदी, उमाशंकर पटेल, राम यादव, रविंद्र कुमार, अजम रजक, प्रदीप पटेल, मनीष सोनी, श्वेता श्रीवास्तव, मुकेश सोनकर, नरेंद्र, नीरज साहू, मथुरा उपाध्याय, इत्यादि संघर्षरत कर्मचारी मौजूद रहे ।