20 साल बाद बदलेगा जबलपुर सांसद का चेहरा,,,

विस चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव की हवा सरगर्म,अभी तस्वीर बहुत धुंधली है
विधानसभा चुनाव की धूमधाम समाप्त हो चुकी है,अब लोकसभा चुनाव का आगाज होने वाला है। जबलपुर लोकसभा सीट की खास बात ये है कि दो दशक के बाद जबलपुर सांसद का चेहरा बदल सकता है। भाजपा चुनाव जीते तो भी और कांग्रेस विजयी हो तब भी।
दरअसल, जबलपुर से राकेश सिंह अब विधायक और मंत्री बन चुके हैं इसलिए अधिकाधिक संभावना यही है कि भाजपा नए चेहरे पर दांव लगाएगी। वहीं, कांग्रेस की ओर से राज्य सभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा के चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद कांग्रेस के दावेदारों में भी उत्साह है।
अभी तो केवल नाम ही नाम हैं-
सांसद प्रत्याशी के दावेदार के तौर पर फिलहाल नाम ही नाम हैं। हर कोई एक नया नाम उछाल रहा है,लेकिन भाजपा सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा नया और युवा चेहरा उतार सकती है। यदि ये चेहरा महिला हो तो बहुत आश्चर्य की बात नहीं होगी। हालाकि, स्थिति स्पष्ट होने में कम से कम एक से डेढ़ महीने का वक्त लग सकता है। इधर, कांग्रेस का कहना है कि पार्टी फरवरी में ही लोकसभा प्रत्याशी का ऐलान करने के मूड में हैं। हालाकि, ऐसा पूरे मध्यप्रदेश में किया जाने की उम्मीद है। कांग्रेस के दावेदारों में भी कुछ नाम हैं,लेकिन अभी तस्वीर बहुत धुंधली है।