क्या कांग्रेस शून्य की तरफ? हार के सदमे से उबरने अब और ज्यादा मेहनत की जरूरत

वहीं भाजपा कार्यकर्ता पहले से प्रदेश के अलावा राजस्थान व छत्तीसगढ़ में मिली जीत से उत्साहित हैं और मनोबल बढ़ा
कहा भी गया है-मेहनत करने वालों की कभी हर नही होती।कांग्रेस को अब ज्यादा परिश्रम की जरूरत है।विधानसभा चुनाव के बाद अब दोनों दलों की नजरें लोकसभा चुनाव पर हैं। प्रदेश में सरकार बनने से भाजपा उल्लास व कांग्रेस हार के सदमे से निकलकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेंगे।
भाजपा नये साल से लोकसभा चुनाव के लिए संगठन स्तर पर जमावट शुरु कर देगी। संभावना जताई जा रही है कि मार्च में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। प्रशासनिक स्तर पर लोकसभा चुनाव के लिए मतदाताओं की सूचियों को अपडेट करने की प्रक्रिया भी शुरु हो जाएगी। भाजपा अयोध्या में राम मंदिर के भव्य व दिव्य नव निर्मित विशाल मंदिर में रामलाला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों में पूरी तरह से उतर जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने नये वर्ष से लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरु करने का ऐलान कर दिया है। भाजपा कार्यकर्ता पहले से प्रदेश के अलावा राजस्थान व छत्तीसगढ़ में मिली जीत से उत्साहित हैं और मनोबल बढ़ा हुआ है। कांग्रेस को जरूर हार के सदमे से उबरने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ेगी।तो वही कमलनाथ को पद से हटाना और भारी पड़ सकता है ।