उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ नाम का दुरुपयोग कर रहे, पदाधिकारी ने दी जानकारी

जबलपुर उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ के नाम से अलग संगठन चलाया जा रहा
कुछ स्वार्थी लोग अपने स्वार्थ के लिए हमारे संगठन जबलपुर उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ नाम का अवैध तरीके से उपयोग कर रहे हैं जबकि यह लोग जबलपुर उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ के सदस्य नहीं है। यह लोग उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं जबकि यह संगठन मेरे पिताजी स्वर्गीय श्री कामेश्वर शर्मा जी द्वारा बनाया गया था जो कि इसके संस्थापक भी थे और यह संगठन उन्हीं ने रजिस्टर्ड करवाया था, यह बात घंटाघर स्थित इंडियन कॉफी हाउस में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान महासंघ के अध्यक्ष श्री कंदर्प शर्मा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही, उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में किसी के द्वारा भी जबलपुर उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ के नाम का उपयोग चंदा वसूली और अनैतिक कार्य में किया गया तो हमे कानूनी कार्यवाही के लिए बाध्य होना पड़ेगा। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए महासंघ के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री विजय मिश्रा ,कर्नल दमयंती पी एन राय, चंद्रिका मिश्रा, बंशीधर सिंह सहित तमाम पदाधिकारियो ने बताया कि जबलपुर उत्तर प्रदेश महासंघ की स्थापना स्वर्गीय श्री कामेश्वर शर्मा जी ने की थी। उन्होंने ही जबलपुर शहर में रह रहे उत्तर प्रदेश बिहार के एक एक व्यक्ति को ढूंढ कर महासंघ से जोड़ा और महासंघ का विस्तार किया। वर्तमान में महासंघ के कुछ पूर्व पदाधिकारियो जो कि अब महासंघ में किसी पद पर नहीं हैं, उनके द्वारा जबलपुर उत्तर प्रदेश बिहार महासंघ के नाम से अलग संगठन चलाया जा रहा है जो कि सरासर अवैधानिक है, वह सिर्फ अपने स्वार्थ और चंदा वसूली के लिए ही नए संगठन को चला रहे हैं जबकि महासंघ के असली उद्देश्य समाज सेवा को भूल गए हैं। पत्रकार वार्ता में महासंघ के आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा के बारे में बताया गया, जिसमें 2 अक्टूबर को संगठन का स्थापना दिवस है और इस कार्यक्रम को भव्यता के साथ मनाया जाएगा। उसके बाद जो भी आने वाले कार्यक्रम होंगे उसकी जानकारी अलग से दी जाएगी, पत्रकार वार्ता में महासंघ के संजय सिंह, श्रवण कुशवाहा,अजय सिंह,उमाशंकर सिंह,दया शंकर सिंह, चंदेश्वर पंडित, डा सलपनाथ यादव, पारसनाथ शर्मा, अनिकेत सिंह, महेन्द्र यादव,नितेश सिंह, कुणाल शर्मा , उमेश कुमार पंडित, लक्ष्मण यादव सहित पदाधिकारी उपस्थित रहे ।