धोखाधड़ी करते हुये जमीन का विक्रय फर्जी तरीके से अपने नाम करवाया

मैं पढ़ा लिखा नही हूँ मैं सिर्फ हस्ताक्षर करना जानता हूँ:पीड़ित
मैं सुरेश प्रसाद कुशवाहा पिता स्व० हेमराज कुशवाहा निवासी नयी बस्ती नंबर- 2 राजनीति नगर निरंजन वार्ड थाना गोहलपुर जिला जबलपुर में निवास करता हूँ और मैं पढ़ा लिखा नही हूँ मैं सिर्फ हस्ताक्षर करना जानता हूँ यह कि, मेरी कृषि भूमि जिसे मैं सिकमी में भी देता था और अपना व अपने परिवार का जीवनयापन करता था मेरी कृषि भूमि मौजा बिनेकी जिसका प०ह०-10 17 नया- प.ह.न. 40 रा०नि०म० पाटन तहसील पाटन जिला जबलपुर में स्थित विक्रय अनुबंधित भूमि ख०न० 133/3, रकवा 0.850 हे० यानि 2.12 एकड़ भूमि है, यह कि, मेरे परचित के छुट्टू लोधी एवं नर्मदा प्रसाद मेहरे मेरे घर आये और मुझसे बोले कि अपनी जमीन बेचना है और हमने कहा कि मुझे पैसे की आवश्यकता है और जमीन बेचना है तो नर्मदा प्रसाद एवं छुट्टू लोधी एक दिन मेरे घर आये और बोले कि मेरा भैया है अनुराग जायसवाल के आफिस पहुँच के फिर बातचीत हुई हमारी और मैं वहाँ से चला गया और कुछ दिनों बाद अनुराग जायसवाल, नर्मदा प्रसाद मेहरे और छुट्टू लोधी मेरे घर आये और मेरी कृषि भूमि खरीदने का सौदा तय हुआ जिसमें 90 लाख रूपये प्रति एकड़ की दर से तय हुआ तथा अनुराग जायसवाल एवं अन्य लोगों द्वारा मुझे एक चेक 3 लाख रूपये एक्सिस बैंक जबलपुर जिसका चैक क्रमांक- “045596” दिनांक 9/10/2023 मुझे मेरे घर पर प्रदान किया तथा कुल 2 एकड़ भूमि का विक्रय 1,80,00,000 / रूपये अंकन एक करोड़ अस्सी लाख रूपये का सौदा हुआ तथा जिसमें से 12 डिसमिल भूमि मुझे देने को कहा, यह कि, बहुत दिन हो जाने के बाद मुझे पैसे नही दे रहे थे ना ही विक्रय पत्र सुरेशरति किरन साहू कर रहे थे,फिर मुझे अनुराग जायसवाल व नर्मदा प्रसाद मेहरे ने मुझे अपने आफिस में बुलाया और कहा कि तुम्हारी कृषि भूमि का सरकारी मूल्य 2 एकड़ का 45,00,000/ रूपये आ रहा है एवं ऊपर का पैसा 1,35,00,000/ अंकन एक करोड़ पैतीस लाख रूपये जो कच्चे का है वो हम आपको नगद देगें जिसकी हम आपस में लिखा पढ़ी कर लेगें तथा अभी तुमसे इकरारनामा कराकर कुछ पैसे देगें बाकी विक्रय पत्र लिखवाकर पूरे पैसे दे देगें, यह कि, मुझे आफिस में बुलाकर कुछ नोटो के बण्डल दिखाये और कुछ चैक दिखाये और कहने लगे कल के दिन विक्रय अनुबंध होगा उस दिन नगद पैसे व चैक उक्त 2 | एकड़ भूमि का प्रदान कर देगें, रवि किरण साहू यह कि, मुझे दूसरे दिन अनुराग जायसवाल एवं नर्मदा प्रसाद ने मुझे कलेक्ट्रेड आफिस बुलाया एक रजिस्टर्ड इकरारनामा कराया व चैक के माध्यम से कुछ बड़ा मूल्य देने को कहा तुम कलेक्ट्रेड आ जाओ तो मैं कलेक्ट्रेड पहुंचा तभी इन लोगों के द्वारा लिखा पढ़ी करी गयी और मुझसे कहा कि यह साइन कर दो मैं पढ़ा लिखा नहीं हूँ। तो इन लोगों ने मुझे कई चैक दिये और इनके द्वारा कहा गया कि यह चैक अपने खाते में प्रस्तुत कर देना आपको राशि प्राप्त हो जायेगी, यह कि, उक्त चैक मैने अपने खाते में लगाये तो वह निरंतर चैक बाउन्स होकर आ गये तब मुझे पता चला कि उक्त कृषि भूमि इन लोगों के द्वारा छलपूर्वक मुझसे विक्रय करा ली गयी है, रवि किरण साहू यह कि, इन सभी लोग अनुराग जायसवाल, नर्मदा प्रसाद मेहरे व छुट्टू लोधी सुमित काले, अशोक साहू, मुझसे बिना पैसे एवं पफर्जी खाते के चैक देकर मेरे साथ धोखाधड़ी कर उक्त भूमि की रजिस्ट्री करा ली एवं मेरी भूमि पर इन लोगां के द्वारा कब्जा कर लिया गया और मैं जब अपनी भूमि पर गया तब इन लोग एक साथ होकर मुझे मॉ बहिन की गंदी गंदी गाली देने लगे और कहने लगे कि अगर अब तू इस भूमि पर दिखायी दिया तो तेरे जान से मारकर यही गढ़ा देगं और तेरे और तेरे परिवार के ऊपर इतने मामले बनवा देगें कि तू कोर्ट कचेहरी करते करते परेशान हो जायेगा और मेरा कोई कुछ नही कर | लेगा मेरा तुझसे जो करते बने कर ले, उपरोक्त लोगो से मेरी कृषि भूमि मुझे वापिस दिलायी जायें नहीं तो मुझे एवं मेरे परिवार को आत्म दाह करने के अलावा और कोई रास्ता नही रहेगा जिसके जिम्मेंदार इन सभी लोग होगें ।