कृष्ण रुक्मणि विवाह की कथा में सुंदर झांकी निकाल कर संपन्न हुआ कृष्ण रुक्मणि विवाह

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वर – वधु पक्ष में बंटे गांव के लोगों ने कृष्ण विवाह का जमकर उठाया आनंद

नौरोजाबाद अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी में श्रीमद्भागवत कथा की पावन गंगा बह रही है। जहां पूरा गांव इस कथा मई गंगा में गोते लगाने पंडाल में कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं।
श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ 22 मई को हुआ।
पंडित अशोक कृष्ण शास्त्री जी के मुखारविंद से देवरी में श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराया जा रहा है, जिसमे अभी तक कुंती स्तुति, भीष्म स्तुति, ध्रुव चरित्र, भरत चरित्र, प्रह्लाद चरित्र,श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, कृष्ण बाल लीला एवं गोवर्धन पूजा की कथा आनंद पूरे पंडाल में खचाखच भरे गांव के लोगों ने लिया।

अशोक कृष्ण जी महाराज ने उधव चरित्र, महारासलीला व रुक्मिणी विवाह का वर्णन किया। कथावाचक ने कहा कि गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण से उन्हें पति रूप में पाने की इच्छा प्रकट की। भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों की इस कामना को पूरी करने का वचन दिया। अपने वचन को पूरा करने के लिए भगवान ने महारास का आयोजन किया। इसके लिए शरद पूर्णिमा की रात को यमुना तट पर गोपियों को मिलने के लिए कहा गया। सभी गोपियां सज-धजकर नियत समय पर यमुना तट पर पहुंच गईं। कृष्ण की बांसुरी की धुन सुनकर सभी गोपियां अपनी सुध-बुध खोकर कृष्ण के पास पहुंच गईं। उन सभी गोपियों के मन में कृष्ण के नजदीक जाने, उनसे प्रेम करने का भाव तो जागा, लेकिन यह पूरी तरह वासना रहित था। इसके बाद भगवान ने रास आरंभ किया। माना जाता है कि वृंदावन स्थित निधिवन ही वह स्थान है, जहां श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। यहां भगवान ने एक अद्भुत लीला दिखाई थी, जितनी गोपियां उतने ही श्रीकृष्ण के प्रतिरूप प्रकट हो गए। सभी गोपियों को उनका कृष्ण मिल गया और दिव्य नृत्य व प्रेमानंद शुरू हुआ। रुक्मिणी विवाह का वर्णन करते हुऐ कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सभी राजाओं को हराकर विदर्भ की राजकुमारी रुक्मिणी को द्वारका में लाकर उनका विधिपूर्वक पाणिग्रहण किया।

मौके पर आयोजक मंडली की ओर से आकर्षक वेश-भूषा में श्रीकृष्ण व रुक्मिणी विवाह की झांकी प्रस्तुत कर विवाह संस्कार की रस्मों को पूरा किया गया। कथा के साथ-साथ भजन संगीत भी प्रस्तुत किया गया।
कथा के सप्ताह में श्रीमद्भगवत कथा की पूर्णाहुति एवं विशाल भंडारा का आयोजन 29 मई को किया गया है , जिसमे आसपास के सभी भक्तजन सादर आमंत्रित हैं।

इनके सौजन्य से हो रही श्रीमद्भगवत कथा:-
हेतलाल पाल -श्रीमती सुमित्रा बाई (श्रोता) दादूराम,मुन्नी,कमलेश, गीता,राजाराम ,मधु,बाबूलाल कमला ,ओमलाल शक्ति,चंद्रिका पाल – माया पाल,राहुल,धर्मेंद्र पाल एवं समस्त पाल परिवार के सौजन्य से गांव में पुनीत पावन श्री कृष्ण कथा सप्ताह की पावन गंगा बह रही है।

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