कोरोना को न बुला ले नए साल का जश्न….

वायरस की आमद ने बढ़ाई चिंता, प्रशासन को जारी करनी चाहिए गाइडलाइन, सतर्कता नहीं बरती गयी तो हालत गंभीर होगी
एक अंतराल के बाद फिर से कोरोना वायरस की आमद ने सबको चिंता में डाल दिया है। ऐसे में, क्रिसमस और न्यू ईयर सेलीबे्रशन के कारण कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। केन्द्र और राज्य सरकार ने लगातार चिंता जाहिर की है,लेकिने अभी तक सख्ती नहीं बरती है। स्थानीय स्तर पर भी जिला प्रशासन को इन कार्यक्रमों को लेकर गाइडलाइन जारी करने में देर नहीं करनी चाहिए।चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट से डरने की जरूरत कम है,लेकिन सावधानियां ज्यादा बरती जानी चाहिए,क्योंकि लापरवाही मुश्किलें बढ़ा सकती है।
तर्जुबे से सीखना होगा –
कोरोना ने एक बार फिर डरा दिया है। केरल में नए वैरिएंट जेएन.1 के मिलने और देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद हर कोई दहशत में आ गया है। जबलपुर सहित एमपी में भी नए मरीज मिले हैं। संक्रमितों में आधिकारिक तौर पर नए वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन ऐसी आशंका बनी हुई है। सबसे बुरी बात तो यह है कि कोरोना का ताजा दौर तब आया है जब देश दुनिया में नए साल के जश्न मनाने की तैयारी चल रही है। हजारों लाखों की भीड़ में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका है जिससे नए साल का जश्न खतरे में पड़ता दिख रहा है। राज्य सरकार को भी इसका अंदेशा है। इसलिए सरकार ने सतर्कता अपनाते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को सचेत कर दिया है। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को खासतौर पर हर हाल में भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए कहा गया है। प्रदेशभर के कलेक्टरों को क्रिसमस और उसके बाद नए वर्ष के जश्न में विशेष तौर पर सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सरकारी भवनों में प्रवेश सीमित करने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों के डीन और जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र में कोरोना गाइडलाइन का हर हाल में पालन कराने के लिए कहा गया है। कलेक्टरों को भी यह पत्र भेजकर क्रिसमस और नए वर्ष को देखते हुए भीड़ नियंत्रण की विशेष सलाह दी गई है। प्रशासनिक अधिकारियों से सरकारी कार्यालयों में भी सीमित प्रवेश और पर्याप्त सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।