3 माह में 5वीं बार ठप्प हुई एक नंबर यूनिट, अभी तक शुरू नहीं हो सका उत्पादन

12 दिसम्बर से बंद यूनिट संजय गांधी पावर प्लांट में मेंटीनेंस के नाम पर करोड़ों खर्च
हुकुम सिंह
उमरिया। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े बिजली उत्पादन गृह संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र में एक नंबर यूनिट पिछले 3 महीने के भीतर पांचवीं बार ट्रिप हो गई है,, जिसके कारण बिजली उत्पादन ठप्प हो गया है। यूनिट ठप्प होने के जो कारण बताए जा रहे हैं उससे प्लांट प्रबंधन की कार्यशैली पर ही सवाल उठ रहे हैं। दर असल पावर प्लांट में एक नंबर यूनिट के मेंटीनेंस कार्य के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके बाद भी आए दिन यूनिट ट्रिप हो रही है। इससे यह साबित होता है कि मेंटिनेंस के नाम पर करोड़ों रुपए स्वाहा कर दिए गए हैं।
10 दिन से बंद यूनिट
संजय गांधी पावर प्लांट की 210 मेगावाट क्षमता वाली एक नंबर यूनिट 12 दिसंबर की शाम 5 बजे ट्रिप हो गई। इसका कारण ट्यूब लीकेज बताया जा रहा है। इस यूनिट को बंद हुए 12 दिन का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक यूनिट को सुधारा नहीं जा सका है। जिसकी वजह से 210 मेगावाट का उत्पादन ठप्प पड़ा हुआ है।
आए दिन ट्रिपिंग समस्या
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार एक नंबर यूनिट 21 सितम्बर 2023 की रात 12 बजे अचानक ट्रिप हो गई थी। जो 44 दिन बाद 4 नवंबर को शुरू किया गया। इसके बाद 5 नवंबर को फिर से यूनिट बंद हो गई। जिसे चालू होने में 13 घंटे इंतजार करना पड़ा। लेकिन ज्यादा देर तक वो भी नहीं टिकी। अगले ही दिन 7 नवंबर को फिर से यूनिट ट्रिप हो गई, जिसे वापस शुरू होने में 3 दिन का समय लग गया। यह सिलसिला यहीं नहीं रुका बल्कि 23 नवंबर की रात फिर यूनिट ट्रिप हो गई, कारण बताया गया कि बायलर ट्यूब लीक हो गया है। जिसे सुधारने में 55 घंटे का समय लगा और अब 12 दिसंबर की शाम 5 बजे से वही यूनिट ठप्प पड़ी है, एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन यूनिट चालू नहीं हो सकी है।
ये कैसा मेंटिनेंस है
लगातार आए दिन यूनिट ट्रिप होने की वजह से आम जनमानस के मन में एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। सवाल यह है कि आखिर जब संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र की सभी इकाइयों काम मेंटेनेंस कार्य करने के लिए करोड़ों रुपए हर वर्ष खर्च किए जा रहे हैं तो फिर आए दिन इकाइयां तप क्यों हो रही हैं। सवाल यह भी है कि यदि मेंटीनेंश नहीं हो रहा है तो फिर आखिर करोड़ों रुपए कहां खर्च हो रहे हैं। आशंका यह भी है कि पावर प्लांट के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मेंटेनेंस का कार्य करने वाली ठेका कंपनियों के साथ साथ करके करोड़ों रुपए का गोलमाल तो नहीं किया जा रहा है।
जवाब देने से भागते जिम्मेदार
इस पूरे गड़बड़ झाले की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। यही कारण है कि जब इस संबंध में बात करने के लिए पावर प्लांट के वरिष्ठ अधिकारी श्री कैलासिया जी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कोई भी जवाब दिए बिना ही कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया।
इनका कहना है
यह बात सही है कि एक नंबर यूनिट ट्यूब लीकेज के कारण बंद है, इसे जल्द से जल्द चालू करने के लिए हमारी टीम लगी हुई है। संभवतः एक दो दिन में यूनिट में उत्पादन शुरू हो जाएगा।
वीरेन्द्र कुमार बघेल
एक्सक्यूटिव इंजीनियर, संजय गांधी पावर प्लांट