रंग में भंग,होलिका दहन की रात बदमाशों ने पराली के ढेर में लगाई आग, कई एकड़ खेत में लहलहा रही थी गेहूं की फसल

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होलिका दहन की रात 13 मार्च 2025 को असामाजिक तत्वों द्वारा देवरी- महुरा के बीच मेड़हा स्थित अर्जुन मेहता के खेत की मेड़ में भारी मात्रा में रखे पराली में आग लगा दी गई। जिससे पराली (पैरा) के बीच में छिपाकर रखे कई बंडल सिंचाई के लिए उपयोग होने वाले पाईप भी जलकर खाक हो गए। जिसकी लिखित शिकायत पीड़ित ने नौरोजाबाद थाने में दी है और इस मामले पर कार्यवाही का निवेदन किया है। पीड़ित ने पुलिस को दिए शिकायती आवेदन में लगभग 10 हजार के नुकसान की बात कही है।
हालांकि घटना को जिस भी प्रयोजन से अंजाम दिया गया हो इसके प्रणाम भयावह हो सकते थे। क्योंकि किसान की पूरी गेहूं की फसल इस पराली से सट कर थी। साथ ही अन्य कई किसानों की कई एकड़ खेत में गेहूं की फसल अधपकी लहलहा रही है। अगर ऐसे में पराली में लगी आग से भीषण आग खेतों में चली जाती तो कई किसानों की अनेकों एकड़ फसल जलकर खाक हो जाती।
हरे गेहूं की वजह से खेतों में नहीं बढ़ी आग
गनीमत रही कि गेहूं अभी हरा है जिससे आग बढ़ नहीं पाई और एक सीमित स्थान तक ही नुकसान हुआ है।
मामला देखने में जितना छोटा है,वास्तव में इसके परिणाम उतने ही भयावह क्योंकि एक किसान की जिंदगी और मौत दोनों फसलों पर निर्भर है और उसी को आग के हवाले करने की यह पूरी सोची समझी योजना भी हो सकती है। जिसकी उचित जांच के साथ कड़ी कार्यवाही की जरूरत है। फसल उगाना एक किसान की जीतोड़ मेहनत,समय और खून पसीने से जुड़ी बात है,जिससे अनेकों लोगों के भोजन की व्यवस्था होती है। किसी सिरफिरे मानसिकता की वजह से आग लगाकर किसी की कई महीनों की मेहनत सबकुछ एकपल में खाक करना क्षमा योग्य नहीं है।