बेटियां बहुत बचा ली अब बेटों को भी बचाओ

पत्नियों से प्रताड़ित पतियों को बचाने के लिए इंदौर जिले के समाजसेवी एकजुट हुए
हम उसे आधुनिक भारत में जी रहे हैं जिसमें महिला और पुरुष दोनों को समानता का अधिकार दिया गया है ।कोई भी महिला या पुरुष किसी के जीवन के साथ झूठे आरोप लगाकर खिलवाड़ नहीं कर सकती । इस प्रकार की घटनाओं का हम पूर्णतया विरोध करता है । पिछले कुछ समय में कुछ ऐसी घटनाएं देखी गई है जिसमें है पाया गया है कि कुछ महिलाएं शादी के बाद पुरुषों के साथ अत्याचार करने लगीं हैं । उनके हित के लिए बनाए गए नियमो, कानूनों, व अति संवेदनशील नीतियों का दुरुपयोग करने लगी है । उनके इस कृत्य से कुछ ऐसी स्थितियां निर्मित हो जाती हैं जिसमें पुरुषों को आत्महत्या तक करनी होती है । यह अत्याचार यही तक सीमित नहीं होता बल्कि उनके 60 से 70 साल तक के बूढ़े माता-पिता को जेल भी जाना होता है । हाल ही में इंदौर बाणगंगा निवासी नितिन पीडियार द्वारा की गई आत्महत्या और कुछ समय पूर्व बेंगलुरु निवासी अतुल सुभाष द्वारा की गई आत्महत्या इसका उदाहरण है । साथियों हम अच्छी तरह से जानते हैं कि संविधान द्वारा महिलाओं को उनके हित के लिए बहुत सारी कानून दिए गए हैं लेकिन अब कुछ महिलाएं इनका दुरुपयोग करने लगीं हैं । इस दुरुपयोग के कारण एक नहीं कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं । इस प्रकार की घटनाओं को को रोकने के लिए मध्य प्रदेश इंदौर के कुछ एनजीओ व संगठनों ने कमर कस ली है । व इस प्रकार की महिलाओं के खिलाफ खड़े हो रहे हैं । यह संगठन आने वाले समय में पुरुषों के प्रति किए जा रहे वैवाहिक अत्याचार को रोकने का प्रयास करेगा । यह संगठन प्रयास करेगा की वैवाहित पुरुषों के साथ इस प्रकार की या उनके परिवार के साथ ऐसी कोई घटना ना हो जिसमें किसी की जान चली जाए । ना ही किसी विवाहित पुरुष के घर वालों या बूढ़े माता-पिता को महिलाओं द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों के कारण जेल जाना पड़े । इस संगठन में मध्य प्रदेश के कुछ प्रतिष्ठित एनजीओ रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी, पुरुषों का समर्थन कर रहे वकील, एवं वरिष्ठ समाजसेवी जन जुड़े हैं । हाल ही में इस संगठन को मूल रूप देने के लिए रविवार दिनांक 26 जनवरी 2025 को रीगल स्थित कार्यालय में एक मीटिंग की रखी गई । इस मीटिंग में कुछ विशेष कार्य प्रणाली को लेकर चर्चा हुई और इस उद्देश्य को लेकर कुछ समितियां गठित की गई । और शीघ्र ही इसे मूल रूप दिया जाएगा । पुरुषों के प्रति हो रहे इस अत्याचार का इंदौर ही नहीं देश के कई हिस्सों में विरोध होने लगा है । यदि इसे नहीं रोका गया तो शीघ्र ही यह एक आंदोलन का रूप ले लेगा । इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य आने वाले समय में वैवाहिक जीवन से प्रताड़ित पुरुषों को एवं उसके परिवार को न्याय दिलाना है । एवं उन्हें आत्महत्या करने से रोकना है । हाल ही में बने इस संगठन में 200 से भी अधिक लोग व संगठन जुड़े हैं जो इंदौर या मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी महिलाओं द्वारा पुरुषों वह उनके परिजनों के साथ हो रहे इस अत्याचार के लिए खिलाफ कार्य करेंगे । एवं अन्य राज्यों के संगठनों को भी जोड़ने का प्रयास करेंगे ।