चीतल शिकार मामले का मास्टरमाइंड ग्राम सचिव गिरफ्तार,बंगाली डॉक्टर समेत दो फरार

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अनलीगल बंदूक व पिस्टल जपत होने की खबर,बीटीआर ने सौंपा एसटीएफ को मामला

होली के एक दिन पहले पनपथा बफर में चीतल के शिकार मामले में ग्राम सचिव राघवेंद्र पिता नागेश्वर प्रताप सिंह निवासी उमरिया-बकेली उम्र करींब 50 वर्ष को गिरफ्तार किया गया है,यह पहला मामला होगा जब किसी शासकीय कर्मी को शिकार मामले में बांधवगढ टीम ने दबोचा है।इस पूरे मामले को बांधवगढ प्रबन्धन ने विधिवत लिखित आदेश देकर एसटीएफ को सौंपा है।मुखबिर की सूचना पर शिकार मामले में बांधवगढ टीम की इस कार्यवाही से समूचा गांव ग्राम सचिव की गिरफ्तारी से हैरान है।एसटीएफ एवम पार्क टीम की इस संयुक्त कार्यवाही में आरोपी के घर से अनलीगल पिस्टल,बंदूक भी मिलने की खबर है।बताया जाता है कि गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर शिकार मामले में दो और स्थानीय आरोपी बी पी विश्वास (बंगाली डॉक्टर) उम्र 38 वर्ष और भागवत पिता रामनाथ साहू उम्र 35 वर्ष को भी नामजद किया गया है।रेड कार्यवाही की भनक लगते ही ये दोनो आरोपी फिलहाल फरार हो गए है।बताया जाता है कि होली के एक दिन पहले बकेली गांव से सटे पनपथा बफर क्षेत्र में आरोपियों ने चीतल का शिकार किया था,इस मामले की जानकारी बांधवगढ प्रबन्धन को मुखबिर द्वारा मिली थी,जिसके बाद से ही बीटीआर टीम एक्टिव मोड पर थी और अंततः चीतर शिकार मामले का मास्टर माइंड ग्राम सचिव राघवेंद्र प्रताप सिंह को गुरुवार की सुबह गिरफ्तार किया गया है।बीटीआर उपसंचालक पीके वर्मा ने शिकार मामले के दो अन्य आरोपियों के जल्द गिरफ्तारी की बात कही है।

विदित हो कि आरोपी ग्राम सचिव राघवेंद्र प्रताप सिंह उमरिया, बकेली एवम कोडरी पंचायत का ग्राम सचिव रहा है।अचार संहिता के बीच मिले अवैध रूप से रखे आर्म्स अपने आप मे बड़ा मामला है,इस पूरे मामले में यह भी जांच का विषय है कि आरोपी ग्राम सचिव के कब्जे में इतने आर्म्स कहा से आये और कब आये।

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